वो अजीब सी आहट सी महसूस हुई। 
किसी अपने की आने की ....
जब मेने देखा की वो अजनवी सा मेरा दोस्त हैं

मेरा दोस्त बहुत सुन्दर है 
काली उसकी आँखे, मन मोहक उसके गाल। 
मासूम सा वो, न जाने उसमे क्या ऐसी बात।

करुणा  उसमे इतनी  है  जैसे हो वो भगवन 
आँखों में उसके चारो  धाम  .... 
जैसे हो  वो मोहन   ....

राधे  कृष्णा  
 ☺☺☺☺☺☺

Comments

Popular posts from this blog

जीवन पथ जटिल है ये, कालचक्र कठिन है ये,